1. सेंसेक्स क्या है? सेंसेक्स, जिसे S&P BSE SENSEX के नाम से भी जाना जाता है, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) द्वारा संचालित एक प्रमुख स्टॉक मार्केट इंडेक्स है। यह भारत में सबसे पुराना और सबसे लोकप्रिय इंडेक्स है, जो 30 प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन को मापता है।

2. सेंसेक्स की गणना कैसे की जाती है? सेंसेक्स की गणना "फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन-वेटेड इंडेक्स" विधि का उपयोग करके की जाती है। इसका मतलब है कि इंडेक्स में शामिल कंपनियों का भार उनके मार्केट कैपिटलाइजेशन और शेयरों की उपलब्धता (फ्री-फ्लोट) के आधार पर होता है।

3. सेंसेक्स की शुरुआत कब हुई थी? सेंसेक्स की शुरुआत 1 अप्रैल 1979 को हुई थी। उस समय इसका मूल्य 100 अंक था।

4. सेंसेक्स का उच्चतम और निम्नतम स्तर क्या है? सेंसेक्स का सर्वोच्च स्तर 22 अप्रैल 2024 को 74,254.62 अंक था, जबकि सबसे निचला स्तर 24 मार्च 2020 को 15,202.80 अंक था।

5. सेंसेक्स में शामिल कंपनियां कौन सी हैं? सेंसेक्स में शामिल कंपनियां विभिन्न क्षेत्रों से हैं, जिनमें IT, बैंकिंग, FMCG, फार्मा, ऑटोमोबाइल, और ऊर्जा शामिल हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कंपनियां RIL, TCS, HDFC Bank, Infosys, ICICI Bank, Bajaj Finance, HUL, Maruti Suzuki, और NTPC हैं।

6. सेंसेक्स में निवेश कैसे करें? सेंसेक्स में निवेश करने के लिए आप म्यूचुअल फंड, इंडेक्स फंड, या ETF खरीद सकते हैं। आप डायरेक्ट स्टॉक मार्केट में भी निवेश कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको शेयर बाजार की अच्छी समझ होनी चाहिए।

7. सेंसेक्स में निवेश करने के फायदे क्या हैं? विविधीकरण: सेंसेक्स में निवेश करके आप विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करते हैं, जिससे आपके जोखिम कम होते हैं। लागत प्रभावी: म्यूचुअल फंड और ETF के माध्यम से सेंसेक्स में निवेश करना बहुत ही किफायती है। लंबी अवधि के लिए अच्छा: सेंसेक्स ने लंबी अवधि में अच्छा प्रदर्शन किया है, और यह भविष्य में भी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।

8. सेंसेक्स में निवेश करने के जोखिम क्या हैं? बाजार जोखिम: शेयर बाजार अस्थिर होता है, और सेंसेक्स का मूल्य भी ऊपर-नीचे हो सकता है। आर्थिक जोखिम: अर्थव्यवस्था में गिरावट का सेंसेक्स पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। कंपनी-विशिष्ट जोखिम: सेंसेक्स में शामिल कंपनियों के प्रदर्शन में गिरावट का सेंसेक्स पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।